दोस्त
ना इनके साथ रहा जा सकता है
और नाही इनके बिना
" साथ रहो तो लड़ लेते हैं और बिना रहो तो मन नहीं लगता "
दोस्ती, होता है ना हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा?? उसके बिना हमारा जीवन जैसे अधूरा सा होता है | दोस्त ही ऐसे इंसान होते हैं जो हमारी सुख-दुख में सभी मौज-मस्ती में और बदमाशीयों में साथ खड़े होते हैं, तो आज Friendship Day के मौके पर हम बात करेंगे दोस्ती के संबंध में और जानेंगे कि इसकी(Friendship Day) शुरुआत कैसे और कब हुई थी |मित्रता दिवस(Friendship Day) यह एक अंतरराष्ट्रीय त्यौहार है जो सभी देशों में अलग-अलग तिथियां पर मनाया जाता है | मित्रता दिवस की शुरुआत 1958 में पैराग्वे के जॉयस हाल द्वारा प्रस्तावित किया गया था | यह एक वैश्विक अवकाश के माध्यम से दोस्ती का जश्न मनाने वाला अवकाश था वैसे तो मित्रता दिवस की तिथि 2 अगस्त थी लेकिन बदलते समय में इसकी तिथियां हर देश में अलग-अलग देखी जा सकती है | और हमारे देश भारत में इसे अगस्त के पहले रविवार को मनाया जाता है | भारत में इसकी लहर 1990 के दशक में फैली जब बॉलीवुड फिल्मों से प्रभावित होकर युवाओं और कॉलेज के छात्रों के बीच यह उत्सव बहुत लोकप्रिय हो गया | इसका जश्न मनाने के लिए दोस्त अपने दोस्तों को फ्रेंडशिप बैंड बांधते और उन्हें ग्रीटिंग कार्ड देते हैं |
दक्षिण
एशिया में इस दिन को बढ़ावा देने वाले लोग दोस्तों के सम्मान
में एक दिन समर्पित करने की परंपरा को 1935 में संयुक्त राज्य अमेरिका में शुरू होने
का श्रेय देते हैं।
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